तीन आधारभूत प्रश्न जिनके उत्तर हम सब ढूंढ रहे हैं।।
The 3 basic questions related to our existence...
१. मैं कौन हूं? Who am I ?
मैं निर्गुण, निराकार ब्रह्म के साकार सृष्टि रचियता के गुण सूत्र द्वारा सृजित कृति हूं ।।
२. मैं कहां से आया हूं? Where did I come from?
मैं निर्गुण, निराकार ब्रह्म के साकार सृष्टि रचियता के अंश से अनन्त समय काल में विकसित होकर से उत्पन्न हो कर विभिन्न सोपानों को पार करके अल्प समय के लिए साकार सृष्टि में उपस्थित हुआ हूं।।
I have been present in the real world for a short time after crossing various progressive steps and arising through the Nirguna- the form of the formless Brahm, evolving from the fraction of the creator of the universe in eternity.
३. मैं कहां जाऊंगा? Where do I go?
मैं इस साकार रूप को त्यागकर दिव्य ज्योति रुप में समय काल से निकल कर साकार सृष्टि रचियता में विलीन हो कर निर्गुण निराकार ब्रह्म का ज्ञान रुपी सत्य स्त्रोत रुप में प्रवाहित रहूंगा।।
I will renounce this corporeal form and depart from time to time in the divine light form and merge with the real world creator and will flow in the form of true source of knowledge of the formless Brahm.
-अरुण अभ्युदय शर्मा
-Arun Rise Sharma
#arunaksarun
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