वामपंथ और सनातन संस्कृति
जब वामपंथी प्रशासन में आ जायेंगे तो
मुफ्तखोरी की आदत लगा जाएंगे,
भारी-भरकम शब्दों से खोखले नारे लगाएंगे,
मुफ्त सामान और योजनाओं में जनता का धन लुटाएंगें,
प्रशासन को पंगु कर करोड़ों रुपए के विज्ञापनों से कर्कश शोर मचाएंगे,
मीडिया के सारे प्लेटफार्म पर मौत का नंगा नाच नचायेंगें,
अंत में सर जी यह निकम्मा, वो भी निकम्मा, सब निकम्मे कहते कहते बेचारगी का नाटक दिखायेंगे और
इस तरह ये वामपंथी राष्ट्र भावना, देश और समाज को पूरी तरह निगल जाएंगे...
और 'अक्स' हम स्तब्ध से एक कोने में मुंह में दही जमाये भौंचक्के से कबूतर की तरह आंख बंद करे, ठगे से खड़े रह जायेंगे।
यह सब बर्बाद कर जायेंगे,
वर्षों के सभ्यता संघर्ष पर आलस्य और मुफ्तखोरी वाला पोंछा लगा जायेंगे..
-अरुण अभ्युदय शर्मा
#arunaksarun
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