Saturday, April 24, 2021

कोरोनावायरस पर विजय

कोरोनावायरस पर विजय

नमस्ते मित्रों, जीवन में उतार चढाव जीवन के घटित होने का प्रतीक है, अलग अलग अनुभवों से कुछ नया सीखने को मिलता है यही जीवन के धरातल पर जीवन के होने का घटनाक्रम है। यदि हम जीवन को महसूस करना चाहते हैं तो हम सब कुछ वो देखे जो इस जीवन की संभावनाएं व परिणीति हैं। कोरोनावायरस आज के समय में भीष्म चैलेंज है, कल ही मैं एक वीडियो में  देख रहा था  कि  इस वायरस के आकार, volume के आधार पर हम देखें तो सिर्फ आधा T-spoon ने पूरी दुनिया में गर्दा उठा रखा है । ये संपूर्ण मानव सभ्यता के अस्तिव पर प्रश्न चिन्ह लगा रहा है, हमारा अभी तक का ज्ञान उस के सामने बौना साबित हो रहा है, हर बार यह वायरस नए ढंग से mutate होकर आ रहा है, कितने ही अलग अलग forms मानव सभ्यता पर विनाश बनकर मंडरा रहे है। धन्य हैं वह डॉक्टर जिसने सबसे पहले इसका कोड open करके internet पर डाला जिसके कारण अलग अलग स्थानों पर वेसिन बनने का कार्य आरंभ हो सका अन्यथा  इतनी जल्दी vacinnation संभव न हो पाता।  इलाज के बावजूद अभी भी संघर्ष जारी रहेगा और हमें साहस और धैर्य से इन परिस्थितियों का सामना करना है। Doctors, सरकार और सभी कोरॉना वॉरियर बहुत अच्छा काम कर रहे हैं अन्यथा जिस प्रकार की परिस्थितियों में हम सब सरवाइव कर रहे हैं यह प्रशंसा करने योग्य है। १३० करोड़ से भी ज्यादा जनसंख्या वाले विकासशील देश में यह  हाहाकार मचा सकता था पर हमारे कोरोना वारियर्स और सरकार ने पूरी एड़ी चोटी का जोर लगा कर इसे नियंत्रित करने में दम लगा रखा है। हम सबकी सक्षमता भय को नियंत्रित करने और अनुशासन में रहकर अपने आप को ऐसी परिस्थिति में तैयार रहने में है।  हम सबको अपने निजी स्वार्थ और लालच छोड़कर सभी के साथ सद्भावना से सहयोग करना चाहिए। हमारा आपस में विरोधाभास हो सकता है, राजनीति या निजी मतभेद हो सकता है पर  मानव सभ्यता, संस्कृति और भविष्य की पीढ़ियों के लिए हमें एक जुट होकर कार्य करना चाहिए, क्षुद्र उद्देश्यों को अलग रखकर संपूर्ण विश्व के लिए सोचना ही वास्तविक मानवीय संवेदना और भविष्य निधि है। 
आइए हम सब एक होकर इस दिशा में आगे बढ़े और अपने कर्तव्य का पालन करें। 
जय हिन्द जय भारत, वंदे मातरम्
-अरुण अभ्युदय शर्मा
#arunaksarun

No comments: